2024-11-02 21:56:55 ( खबरवाले व्यूरो )
लुधियाना / चंडीगढ़ : पंजाब के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद ने शनिवार को कहा कि हमारी धरती पर शिल्पकला, वास्तुकला और इंजीनियरिंग की सृजन का श्रेय भगवान विश्वकर्मा जी को जाता है।
विश्वकर्मा दिवस मनाने के लिए यहां मिलर गंज स्थित भगवान विश्वकर्मा मंदिर में राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सौंद ने कहा कि विश्वव्यापी औद्योगिक और बुनियादी ढांचे का विकास भगवान विश्वकर्मा जी के आशीर्वाद का प्रत्यक्ष परिणाम है। इस अवसर पर उनके साथ विधायक अशोक पराशर पप्पी, डी.सी. जतिंदर जोरवाल और अन्य कई लोग उपस्थित थे।
कैबिनेट मंत्री ने आगे बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार प्रदेश भर के युवाओं के लिए कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जिसका उद्देश्य उन्हें भगवान विश्वकर्मा के सिद्धांतों और शिक्षाओं के अनुसार सम्मान और आत्मसम्मान का जीवन जीने के योग्य बनाना है। भगवान विश्वकर्मा को ब्रह्मांड के सर्वश्रेष्ठ वास्तुकार के रूप में सम्मानित किया जाता है, जिन्हें औद्योगिक प्रक्रियाओं में उपयोग होने वाले सभी यंत्रों और उपकरणों के मास्टर के रूप में जाना जाता है।
लोगों को भगवान विश्वकर्मा की शिक्षाओं को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करते हुए तरुनप्रीत सिंह सौंद ने कहा कि राज्य भर में कौशल विकास को समर्थन देना भगवान विश्वकर्मा को एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
विधायक श्री अशोक पराशर पप्पी ने भी विशेष रूप से पंजाबी युवाओं से अपील की कि वे नौकरियों के नए अवसर प्राप्त करने के लिए अपनी योग्यता को निखारने और अपने पेशेवर कौशल को सुधारें।
डिप्टी कमिश्नर जतिंदर जोरवाल ने भी मंदिर में मत्था टेका। कैबिनेट मंत्री श्री सौंद ने मंदिर के लिए 5 लाख रुपये की अनुदान राशि देने की घोषणा की और लंबित कार्यों को पूरा करने में सहयोग का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री ने अवतार सिंह बिर्दी, रघबीर सिंह सेंबी, जगीर सिंह, परमजीत सिंह, संदीप सिंह, गुरमुख सिंह, हर्षरन सिंह, हरविंदर सिंह हुंजन, जतिंदर सिंह बिर्दी, हरनेक सिंह सौंद, तलविंदर सिंह सहित कई प्रमुख उद्योगपतियों को सम्मानित भी किया। भुपिंदर सिंह सेंभी को विश्वकर्मा पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा, जरूरतमंद महिलाओं को सिलाई मशीनें भी वितरित की गईं।
इस अवसर पर मंदिर समिति के अध्यक्ष रणजीत कुमार सल्ल, महासचिव आशीष धीमान सल्ल, अमरजीत सिंह टिक्का सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।