2024-10-24 10:26:29 ( खबरवाले व्यूरो )
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से संबंधित वेबसाइटों और मीडिया आउटलेट्स पर ईरान के हैकिंग ग्रुप की नजर को लेकर माइक्रोसॉफ्ट ने अपने ब्लॉग में एक रिपोर्ट प्रकाशित की है। इस रिपोर्ट में सीधे चुनाव की तैयारियों को प्रभावित करने की ईरानी और चीनी हैकरों की कोशिशों की ओर इशारा किया गया है। मई में भी इन्होंने कई अमेरिकी न्यूज आउटलेट्स की जांच की थी ताकि उनकी कमियों को ढूंढ़ा जा सके।
माइक्रोसॉफ्ट ने इन हैकर्स को काटन सैंडस्टार्म नाम दिया है। ये ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड से जुड़े हैं। इन्होंने अमेरिकी चुनाव के लिए अहम स्विंग रुझान वाले राज्यों में चुनाव से जुड़ी वेबसाइटों की टोह लेकर इनमें घुसपैठ भी की। हालांकि अमेरिकी नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर के ऑफिस ने इस पर तात्कालिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। यह एजेंसी चुनावों को विदेशी प्रभाव से बचाने के लिए भी काम करती है।
वहीं, संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन ने अपनी टिप्पणियों में 2024 के अमेरिकी चुनावों में किसी तरह की संलिप्तता या हैकिंग की कोशिशों से इनकार किया है। पिछले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले भी काटन सैंडस्टार्म ने साइबर आपरेशन को अंजाम दिया था। उस समय फ्लोरिडा राज्य के नागरिकों को दक्षिणपंथी प्राउड ब्वायज नाम से हजारों ईमेल भेज कर धमकियां दी गई थीं। इस समूह ने इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो भी जारी किया था।
हालांकि, वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक चुनाव प्रक्रिया कभी प्रभावित नहीं हुई। ये सिर्फ संदेह और भ्रम फैलाने के उद्देश्य से किया गया था। सांसदों को बदनाम कर रहे चीनी हैकर माइक्रोसॉफ्ट की रिपोर्ट में यह भी पता चला है कि चीनी सोशल मीडिया बॉट संचालित करने वालों की बड़ी संख्या अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के अंतर्गत अल्बामा, टेनेसी और टेक्सास में मतदाताओं को प्रभावित करने के साथ फ्लोरिडा की अमेरिकी सीनेटर मार्को रुबियो को बदनाम करने की कोशिशों में जुटी है।
ये फर्जी अकाउंट से अल्बामा से अमेरिकी सांसद बैरी मूर, टेक्सास से माइकल मैकाल और टेनेसी से मार्शा ब्लैकबर्न और रुबियो को बदनाम करने में जुटे हुए हैं। ये सभी रिपब्लिकन पार्टी के सदस्य हैं। इसमें जुटे समूह को ताइजी फ्लड के नाम से जाना जाता है और यह पहले चीन के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय से जुड़ा रहा है।