2024-09-10 15:38:20 ( खबरवाले व्यूरो )
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल कई महीनों से आबकारी घोटाले को लेकर तिहाड़ जेल में बंद है। लोकसभा चुनाव के दौरान सीएम को कुछ दिनों के लिए जमानत मिली थी लेकिन उसके बाद फिर से उन्हें सरेंडर करना पड़ा था। अब दिल्ली की राजनीति में एक नया मोड़ आते हुए दिखाई दे रहा है। दरअसल 30 अगस्त को दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में भाजपा विधायकों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात कर उन्हें अपना ज्ञापन सौंपा था। जिसके बाद से ऐसी संभावनाएं बनती हुई नजर आ रही हैं कि दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लग सकता है।
भाजपा विधायकों ने दिल्ली सरकार बर्खास्त करने की रखी मांग 30 अगस्त को भाजपा विधायकों द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को दिए गए ज्ञापन में उन्होंने लिखा था कि दिल्ली में प्रशासनिक व्यवस्था पंगु हो गई है। आबकारी नीति घोटाले के आरोप में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चार महीने से अधिक समय से जेल में हैं। जेल में बंद होने के बावजूद, केजरीवाल ने इस्तीफा देने से मना कर दिया है, जिससे संवैधानिक संकट उत्पन्न हो गया है।
विधायकों ने आगे यह भी कहा कि दिल्ली में महत्वपूर्ण प्रशासनिक निर्णय लेने में देरी हो रही है, जिससे आवश्यक सेवा प्रभावित हो रही हैं। आप सरकार संवैधानिक नियमों और परंपराओं का उल्लंघन कर रही है। छठे दिल्ली वित्त आयोग का गठन अप्रैल 2021 से लंबित है। इससे दिल्ली नगर निगम को आवश्यकता के अनुसार फंड नहीं मिल रहा है।
इन सब के आलावा भाजपा विधायकों ने आरोप लगाते हुए कहा कि राजधानी में शासन की बिगड़ती स्थिति के कारण दिल्ली के नागरिकों मिलने वाली सुविधाएं बाधित हो रही है।द्रौपदी मुर्मू ने गृह मंत्रालय को भेजी चिट्ठीबीजेपी विधायकों द्वारा दिए गए ज्ञापन पर संज्ञान लेते हुए आज मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भाजपा विधायकों की चिट्ठी गृह मंत्रालय को भेजा है। राष्ट्रपति द्वारा लिए गए एक्शन को देखते हुए ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि दिल्ली में केजरीवाल की सरकार बर्खास्त हो सकती है।",
दिल्ली की राजनीति ने जबरदस्त फेरबदल होने की आशंका नजर आ रही है। जेल में बंद अरविन्द केजरीवाल की कुर्सी अब खतरे में जाती हुई दिखाई दे रही है। ",